पाचोरा – जलगांव जिले के पाचोरा शहर के निवासी और अग्रवाल समाज के भूतपूर्व अध्यक्ष श्री मोहनजी अग्रवाल को अंतरराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन, कोलकाता की ओर से नागपुर में आयोजित एक भव्य समारोह में “अग्रश्री” पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें समाज सेवा, संगठनात्मक नेतृत्व, और अग्रवाल समाज की प्रगति में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए प्रदान किया गया।
समारोह का आयोजन
यह भव्य समारोह नागपुर के प्रमुख सभागार में संपन्न हुआ, जिसमें देशभर से अग्रवाल समाज के गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिष्ठित अतिथियों ने शिरकत की। अंतरराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन के इस आयोजन का उद्देश्य समाज में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को पहचान देना और उनकी प्रेरणादायक उपलब्धियों का सम्मान करना था।
इस मौके पर उपस्थित प्रमुख अतिथियों ने श्री मोहनजी अग्रवाल की सराहना करते हुए कहा कि उनका कार्य समाज के अन्य सदस्यों के लिए प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने न केवल समाज की एकता और प्रगति के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं, बल्कि समाज के वंचित वर्ग की सहायता के लिए भी अनेक योजनाएं चलाईं।
श्री मोहनजी अग्रवाल का योगदान
श्री मोहनजी अग्रवाल ने अपने कार्यकाल के दौरान समाज की एकजुटता और कल्याण के लिए अनेक पहल कीं। उन्होंने समाज
के युवाओं के लिए रोजगार और शिक्षा के अवसर बढ़ाने के उद्देश्य से कई कार्यक्रम चलाए। उनके नेतृत्व में समाज ने सामाजिक और आर्थिक प्रगति के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए।
उनके द्वारा शुरू किए गए कई जनसेवा प्रकल्पों ने समाज के कमजोर वर्ग को आत्मनिर्भर बनाने में मदद की। इनमें शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति योजनाएं, सामूहिक विवाह समारोह और स्वास्थ्य शिविरों का
आयोजन प्रमुख हैं।
अभिनंदन का दौर
इस अवसर पर ध्येय एवं झुंज परिवार ने श्री मोहनजी अग्रवाल का हार्दिक अभिनंदन किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं। परिवार के सदस्यों ने कहा कि श्री अग्रवाल की यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों की सराहना है, बल्कि यह समाज के हर व्यक्ति के लिए गर्व का विषय है।
पुरस्कार के महत्व पर प्रकाश
“अग्रश्री” पुरस्कार अग्रवाल समाज के उन सदस्यों को दिया जाता है जो समाज और देश की सेवा में अपनी छाप छोड़ते हैं। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को प्राप्त करना न केवल श्री मोहनजी अग्रवाल के लिए, बल्कि पूरे जलगांव जिले और पाचोरा शहर के लिए गर्व की बात है।
समाज के लिए प्रेरणा
श्री मोहनजी अग्रवाल ने पुरस्कार प्राप्त करने के बाद कहा, “यह सम्मान मेरी नहीं, बल्कि पूरे अग्रवाल समाज की उपलब्धि है। समाज ने मुझे जो समर्थन और स्नेह दिया है, वही
मेरी ताकत है। मैं यह सम्मान समाज के हर सदस्य को समर्पित करता हूं।”
उनके प्रेरणादायक शब्दों ने समारोह में उपस्थित लोगों को नई ऊर्जा और उत्साह प्रदान किया।
आगे की योजनाएं
पुरस्कार प्राप्त करने के बाद श्री अग्रवाल ने यह भी कहा कि वह समाज की बेहतरी के लिए और अधिक प्रयास करेंगे। उनकी योजना नए प्रकल्पों के माध्यम से समाज के सभी वर्गों को एक साथ जोड़ने और समाज को आत्मनिर्भर बनाने की है। यह पुरस्कार न केवल श्री मोहनजी अग्रवाल की समाज सेवा का सम्मान है, बल्कि यह उनकी निस्वार्थ भावना, दूरदृष्टि और नेतृत्व क्षमता का प्रमाण भी है। नागपुर में हुए इस सम्मान समारोह ने यह साबित कर दिया कि जब समर्पण और ईमानदारी के साथ कार्य किया जाता है, तो समाज और देश दोनों के विकास में योगदान दिया जा सकता है।
अग्रवाल समाज को श्री मोहनजी अग्रवाल जैसे नेतृत्वकर्ताओं पर गर्व है, और उनकी इस उपलब्धि ने यह सिद्ध कर दिया है कि सही दिशा में किए गए प्रयास हमेशा सकारात्मक परिणाम देते हैं।
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